बंगलौर के लॉकडाउन के दौरान, हमारे फोटो-स्टोरी प्रोजेक्ट "द साइलेंट सिटी" ने शहर की शांति, खाली सड़कों और घरों में कैद लोगों के जीवन की अनकही कहानियों को उजागर किया। यह डॉक्यूमेंटेशन सामाजिक अलगाव, आशा और सहनशीलता की भावनाओं का सजीव चित्र है।
इस केस स्टडी में आप दो छवियों के बीच तुलना कर सकते हैं - लॉकडाउन से पहले की व्यस्तता और लॉकडाउन के दौरान की शांति। नीचे दिए गए स्लाइडर पर स्वाइप करें या माउस से खींचें ताकि बदलाव स्पष्ट हो सके।